Madhu varma

Add To collaction

लेखनी कहानी - नीली आँखें - डरावनी कहानियाँ

नीली आँखें - डरावनी कहानियाँ

 बात तब की है जब मैं 3 या 4 साल का रहा होऊंगा! उस समय हम गाँव में ही रहते थे! मुझे रोज रात को खिड़की के बाहर एक औरत दिखाई देती थी! उसने सफ़ेद साड़ी पहनी हुई होती थी और उसकी आँखें नीली होती थी! वह मुझे बुलाती थी! मैं बहुत डर जाता था और अपनी माँ को पकड़ कर सो जाता था! कुछ दिनों में हम अपने पिताजी के साथ शहर में रहने लगे! गाँव का घर खाली हो गया! हमारा गाँव जाना भी कम होने लगा! अब केवल शादी ब्याह में गाँव जाना होता! वह भी केवल मेरे माता पिता ही जाते! मैं अपने गाँव के बारे में लगभग सबकुछ भूल चुका था! रात में दिखने वाली उस औरत को भी मैं सपना समझने लगा था! मेरे चाचा के लडके की शादी थी! मैं करीब 15- 16 साल बाद गाँव गया था! हमने अपना घर भी साफ़ करवा रखा था! हम अपने घर में ही रुके थे! एक रात अचानक मेरी नींद खुली! मैने खिड़की से बहार देखा तो मुझे वही औरत नज़र आई! उसकी नीली आँखें चमक रही थी और वो मुझे पहले की तरह बुला रही थी! मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरा बचपन का कोई डरावना सपना सच हो गया हो!  

 मैं काफी डर गया और भगवन को याद करने लगा! मैंने जल्दी से खिड़की बंद कर दी! उस रात मुझे नींद नहीं आई! मैं अगले दिन से अपने घर पर नहीं सोया और उसके बाद से मैं गाँव भी नहीं गया!

   0
0 Comments